वो बेटी का पिता है कोई आपका ख़रीदा गुलाम नहीं। वो बेटी का पिता है कोई आपका ख़रीदा गुलाम नहीं।
प्यार से बड़ा कोई भी ख़तरा नहीं होता है आग से भले ही आदमी बच सकता है प्यार से बड़ा कोई भी ख़तरा नहीं होता है आग से भले ही आदमी बच सकता है
किसी ऐसे व्यक्ति को आराम दें जो दुःख में हो। किसी ऐसे व्यक्ति को आराम दें जो दुःख में हो।
श्राद्ध कर्म करना सदा,रखना तुम यह याद पितरों के सत्कर्म से,मिट जाए अवसाद।। पितृदेव: श्राद्ध कर्म करना सदा,रखना तुम यह याद पितरों के सत्कर्म से,मिट जाए अवसाद।। ...
कैसी ये विडम्बना जब बेटा बेटी एक समान दोनों ही घर की शान तो क्यों कहें कन्या दान ! कैसी ये विडम्बना जब बेटा बेटी एक समान दोनों ही घर की शान तो क्यों कहे...